उद्देश्य
हिन्दू समाज में एकता, सम्मान और आत्मबल की भावना जगाना।
हर वर्ग, जाति, भाषा और क्षेत्र के हिन्दुओं को जोड़ना।
सनातन संस्कृति की रक्षा, प्रचार और पुनर्जागरण।
राष्ट्रीय स्वाभिमान – भारत को धार्मिक, सांस्कृतिक और वैदिक विश्वगुरु बनाना।
सामाजिक न्याय और धर्मनिरपेक्ष संतुलन की पुनःव्याख्या।